#atmanirbhar बनने का आसान साइ़टिफ़िक और दीनी तरीक़ा #नबी #मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की ज़िन्दगी से
#atmanirbhar बनने का आसान साइ़टिफ़िक और दीनी तरीक़ा #नबी #मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की ज़िन्दगी से
मैं आज आपको बहुत कम अल्फ़ाज़ में अपनी डिस्कवरी बताऊंगा।
पहली चीज़ दिल और अक़्ल है। आपका दिल ग़नी (धनी) होना चाहिए। उसमें दूसरे के माल को नाजायज़ तरीक़े से हथियाने की नीयत न हो, उसमें नफ़रत और बदले की भावना न हो। उसमें सबके लिए ख़ैर और भलाई हो।
आत्मनिर्भर बनने की चाहत वाले को अपनी अक़्ल से अच्छा काम लेना चाहिए। उसे अपने घर से और अपने माहौल से अच्छी बातें सीखनी चाहिएं ताकि इंसान कोई काम करे तो पूरी महारत से करे और सच्चाई और अमानतदारी से करे।
मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के घर में व्यापार, खेती और पशुपालन का काम होता था। वह अनाथ हो गए थे। उन्होंने अपने घर में अपने चाचा अबू तालिब से वे सब काम सीख लिए थे।
फिर उन्होंने मज़दूरी पर किसी की बकरियाँ चराईं।
यह बहुत बड़ी बात है।
ऊँचे ख़ानदानों के बहुत लोग मज़दूरी करके अपना परिवार पाल सकते हैं लेकिन वे शर्म की वजह से मज़दूरी नहीं करते और #आत्महत्या करके मर जाते हैं। कुछ लोग अपने परिवार को भी मार डालते हैं। उनकेे अन्दर अपनी झूठी बड़ाई उन्हें मज़दूरी करने के बजाय मरने की सलाह देती है और वे लगातार मर रहे हैं।
#मुहम्मद साहब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने मज़दूरी करके दुनिया के हर आदमी को हर हालत में जीने की बेहतरीन राह दिखाई है।
उन्होंने हमें #आत्मनिर्भर बनने का बेस्ट माडल दिया है।
हम उनकेे शुक्रगुज़ार हैं।
समय के साथ उनकी सच्चाई और अमानतदारी के चर्चे मक्का में आम हो गए। यह शोहरत एक धनी और व्यापारी महिला #khadijah तक पहुंची। उन्होंने #Muhammad (peace be upon him) को
अपने #import #export के बिज़नेस में पार्टनर बना लिया।
#muhammad s.a.w. ने उस बिज़नेस को भी सच्चाई, अमानतदारी और पूरी महारत से किया। उन्होंने दूसरों से ज़्यादा लाभ #ख़दीजा को दिया। जिसका लाभ ख़ुद #मोहम्मद साहब को भी मिला और वह बहुत कम वक़्त में मक्का के धनी आदमियों के वर्ग में गिने जाने लगे।
वह अपना धन अनाथों, बेघर लोगों और मुसाफिरों पर बहुत ख़र्च करते थे। जो भी ऐसा करता है, अल्लाह उसे बरकत देता है। अल्लाह ने यह क़ानूने क़ुदरत सबको सिखाया है:
'जो लोग अपने माल अल्लाह की राह में ख़र्च करते हैं उनकी मिसाल उस दाने की सी मिसाल है जिसकी सात बालियाँ निकलें (और) हर बाली में सौ (सौ) दाने हों और अल्लाह जिसके लिये चाहता है, दूना कर देता है और अल्लाह बड़ी गुन्जाइश वाला (हर चीज़ से) वाक़िफ़ है.'
-क़ुरआन मजीद 2:261
हज़रत ख़दीजा ने मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि के चाचा अबू तालिब से बात करके उनकी रज़ा से मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से निकाह कर लिया। जिनसे नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को औलाद हुई और जब उन्होंने रब के हुक्म से दीन सिखाना शुरू किया
यानी हर समस्या को रब के क़ानून से हल करना शुरू किया तो उन्हें इस काम में अपनी बीवी से पूरी परी मदद मिली। उनकी बीवी ने उनकी ख़्वाहिश पर अपना पूरा माल हर धर्म के लोगों की मदद में ख़र्च कर दिया।
नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की तालीम है कि भलाई में माल ख़र्च करने से वह माल बढ़ता है। नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का माल बढ़ता गया और वह उस माल को लोगों की भलाई में ख़र्च करते गए।
इस लेख में हरेक आदमी 1. मज़दूरी और 2. व्यापार करने के दो बिंदुओं को आसानी से समझ सकता है।
अगर हरेक आदमी इतना भी कर ले तो उसे भरपूर रोज़ी मिलेगी।
लेकिन हरेक आदमी दिल के ग़नी (धनी) होने और
ग़रीबों, अनाथों बेघरों और ज़रूरतमंद रिश्तेदारों पर अपनी मेहनत का माल ख़र्च करके उसके बढ़ने को नहीं समझ सकता।
#राज़_की_बात यह है कि अगर आप अपने दिल में धनी हैं और लोगों की भलाई में अपना माल ख़र्च करने की नीयत रखते हैं तो आपके अंदर का धन असबाब और घटनाओं के ज़रिए नेचुरली ख़ुद अंदर से बाहर आने लगता है।
यह यूनिवर्स आपकी नीयत को सपोर्ट करता है। #सेल्फ़हेल्प गुरू बताते हैं कि आपकी सोच एक साँचे की तरह काम करती है, जिसमें यूनिवर्सल एनर्जी ढलकर आपके सामने वैसे ही हालात का रूप बना लेती है, जैसे हालात की आप नीयत करते हैं।
अगर आप यह #हिकमत_की_बात समझ सकें तो आप ज़कात देने और हज करने की नीयत ज़रूर करेंगे।
अगर आप पैदल चलते हैं तो आप मोटरसाइकिल और कार की नीयत करने में झिझकेंगे नहीं।
अगर आप किराएदार हैं तो आप अपने घर की नीयत कर सकते हैं।
अगर आपका दुश्मन आपको नाजायज़ दबा रहा है तो आप उसकी छाती पर बैठकर मूंग दलने की नीयत कर सकते हैं।
अगर आप मजबूरी में चटनी रोटी खा रहे हैं तो आप दूध, फल, अंडे, मुर्ग़े और उम्दा चीज़ें खाने की नीयत कर सकते हैं।
मैंने ऊपर लिखे हुए सब काम किए हैं और ये सब काम नेचुरली ख़ुद पूरे हो गए,
अल्हम्दुलिल्लाह।
बस हज बाक़ी है।
मुझे उम्मीद है कि #हज भी अपने ठीक वक़्त पर हो जाएगा।
मैं इसी तरीक़े से आत्मनिर्भर बना।
अल्हम्दुलिल्लाह।
मैंने अपने बहन भाईयों को यह तरीक़ा सिखाया तो वे भी आत्मनिर्भर बन गए। मेरी बहनों ने अपने माल को बढ़ाने की नीयत से कुछ प्लाट ख़रीद लिए हैं। हरेक लड़की हज़रत ख़दीजा के बेहतरीन माडल को फ़ोलो करके #दौलतमंद बन सकती है।
#Alhamdulillah
मैंने यह तरीक़ा अपने अठ्ठारह और पंद्रह साल के बेटे को सिखाया तो वे भी 18 और 15 साल की उम्र में ही रूपए कमाने लगे।
#अल्हम्दुलिल्लाह!
मेरी नीयत अब एक्सपोर्ट करने की है। उसके लिए अब मैं इस सब्जेक्ट की शिक्षा लेने की नीयत कर चुका हूँ।
जब मैं किसी काम की नीयत करता हूँ तो मुझे हमेशा उस काम के साधन, मौक़े और मददगार लोग मिल जाते हैं।
अब मैं इस लेख में अपना ख़ास आज़माया हुआ तरीक़ा आपको सिखा रहा हूँ।
इसे सीखना या इग्नोर करना आपका काम है।
आप लोगों को मुहम्मदी माडल से आत्मनिर्भर और अमीर बनने का #क़ानूने_क़ुदरत सिखाएं।
आप सबको भरपूर रोज़ी कमाना सिखाएं।
इसका फल यह होगा कि आपकी रोज़ी बढ़ती जाएगी।
मेरी रोज़ी ऐसे ही बढ़ी है।
#आत्मनिर्भर बनने का ग़लत तरीक़ा
कुछ नौजवान आम तौर से बड़े शानदार काम से शुरू करते हैं और वे ऐसा काम करते हैं, जिसका उन्हें कोई अनुभव नहीं होता।
वे अपनी शान बघारने के लिए लोन लेकर काम करते हैं और अनुभव न होने की वजह से वे अपने काम में फ़ेल होते हैं।
जिससे उन पर क़र्ज़ चढ़ जाता है और सारी झूठी शान हवा हो जाती है।
अब सबको जाब नहीं मिलने वाली।
इसलिए जिसे अपना पेट भरना है,
वह ख़ुद कुछ काम कर ले है। #स्वरोज़गार कर ले।
बीस तीस हज़ार से रूपए से शुरू होने वाले कई काम हैं।
जिन्हें #selfemployment पर बनाई वीडियोज़ और लेख में देख सकते हैं।
#atmanirbharta_coach
कहता है कि
#atmanirbhar बनने का सबसे ज़्यादा #scientific model नबी #मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की ज़िन्दगी में देखा जा सकता है।
जिसे हम अगली पोस्ट में सिखाएंगे,
इन् शा अल्लाह।
जो लोग जानना चाहते हैं,
वे अपने कमेंट में लिखें।
जो आदमी किसी की सलाह से कोई काम करता है कि इस काम में बहुत बचत है। आजकल यह बहुत चल रहा है। तुम इसे कर लो तो बहुत कमाओगे।
उस आदमी का काम भी अधिकतर डूब जाता है।
#atmanirbharta_coach कहता है कि
कभी भी आप किसी बाहरी आदमी के कहने पर काम न करें।
आप ख़ुद अपने दिल में देखें कि
आपको क्या काम करना पसंद है?
आप किसी से अपनी पसंद का कोई जायज़ काम अच्छी तरह सीख लें।
जब भी आप अपनी पसंद का काम करेंगे, आप ख़ुशी और पूरी लगन से करेंगे और
जो काम भी आप ख़ुशी और पूरी लगन से करेंगे। आप उसमें सफल रहेंगे।
इन् शा अल्लाह.
#हिकमत_की_बात
आप बैंक से क़र्ज लेकर कोई ऐसा काम न करें, जिसमें आप अनाड़ी हैं।
आपका काम डूब जाएगा।
क़र्जं और चढ़ जाएगा।
#atmanirbharta_coach कहता है कि
आप जो काम करना चाहते हैं, पहले उसी काम के एक्स्पर्ट के पास नौकरी करें,
चाहे आपको फ़्री में नौकरी करनी पड़े।
इससे आपको जो एक्सपीरियंस होगा,
वह आपको कामयाबी दिलाएगा।
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