आत्म_निर्भर और कमाऊ बनाता है #Mission_Mauj_Ley

लोगों को झगड़े टंटे की निगेटिव न्यूज़ देखना पसंद है। जब टी०वी० पर झगड़े टंटे की न्यूज़ परोसी जाती है तो लोग उस पर टूट पड़ते हैं और फिर उसके विरोध या समर्थन में फ़ेसबुक पर ख़ुद लड़ने लगते हैं।

इस तरह मीडिया आपका माईंड हैक कर लेता है। आप उसी मुद्दे पर सोचते और बोलते हैं, जिस पर अमीर लोग और उनके सेवक नेता जी चाहते हैं। वे आपके विचारों को यानी कि आपको नियंत्रित करते हैं।

आप अब महज़ कठपुतली हो। वे आपको नचाते हैं लेकिन आपको पता नहीं है।

वेद कहता है: मनुर्भव: अर्थात् मनुष्य बनो।

मनुष्य का अर्थ होता है मननशील होना। क्या आप मननशील हैं?

इस पर विचार कीजिए कि आप मनुष्य बनने के बजाय कठपुतली क्यों बन गए?

नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का फ़रमान है:

      जो अल्लाह और क़यामत पर यक़ीन रखता है उसे चाहिए कि भलाई की बात करे या ख़ामोश रहे.…

(मुत्तफ़िक़ अलैह)


आप वेद के ऋषियों को मानते हो या आप नबियों को मानते हो, आप जिसे भी मानते हो; वह आपको दूसरों की मानसिक ग़ुलामी से और बुरे कामों में वक़्त बिताने से रोकता है और टी०वी० आपको मानसिक ग़ुलाम बनाता है और बुरी बातें दिखाता है।

#आत्म_निर्भर बनने के लिए

आप यह संकल्प कर लें कि मैं टी०वी० और इंटरनेट पर कमाई का कोई तरीक़ा तलाश करूंगा और जो सबसे अच्छा तरीक़ा होगा, मैं उससे काम लूंगा और 100 लोगों को फ़ेसबुक और दूसरी सोशल वेबसाईट्स पर सिखाऊंगा।

मैं इस तरीक़े से काम लेकर हर धर्म के लड़कों और लड़कियों को कमाना सिखाता हूँ।

#Mission_Mauj_Ley के तहत

जब मैं यूट्यूब पर कमाई के तरीक़े देखता हूँ तो वहाँ मुझे सैकड़ों तरीक़ों पर वीडियो मिलती हैं। मैं उन सब क्रिएटिव लोगों का शुक्रगुज़ार हूँ। मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उनसे लोगों को फ़ायदा मिल रहा है।

सियासी टंटे और धार्मिक फड्डेबाज़ी आप उन लोगों के लिए छोड़ दीजिए, जिनके पास चंदे का माल आ रहा है। वे आर्थिक रूप से ख़ुद को स्थापित कर चुके हैं और ये सांप्रदायिक दंगे भी उन्हें मज़बूत और आपको कंगाल बना रहे हैं।

आप अपना समय ख़ुद को मज़बूत बनाने में लगाएं।

आप जिस नेता को वोट दें तो भी यही देखकर उसे वोट दें कि

इस नेता ने कमाई के अवसर बढ़ाए हैं या घटाए हैं?

देश की रक्षा के लिए भी प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट का बढ़ना ज़रूरी है। जो इसे बढ़ाए उसे वोट दो।

जो इन्हें घटाए,

आप उसे घटाओ।

ख़ुलासा:

वेद पर चलो या क़ुरान पर चलो।

अपना और दूसरों का भला करो।

सुझाव:

जिस मुद्दे को टी०वी० उछालता है, मैं उस पर नहीं लिखता क्योंकि मैं टी०वी० नहीं देखता।

अब मैं आपको जो सुझाव दूंगा,

वह आप ख़ुद समझ सकते हैं।

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